खुलेंगे बरगी बांध के गेट । बांध का जलस्तर 421.80 मीटर रिकार्ड। कितने गेट खुलेगे और कब तक खुले रहेगे बांध के गेट

खुलेंगे बरगी बांध के गेट । बांध का जलस्तर 421.80 मीटर रिकार्ड। कितने गेट खुलेगे और कब तक खुले रहेगे बांध के गेट

 

चेतावनी-  खुलेंगे बरगी बांध के गेट । बांध का जलस्तर 421.80 मीटर रिकार्ड। कितने गेट खुलेगे और कब तक खुले रहेगे बांध के गेट



बरगी  बांध के कितने गेट है, और कितने खुलेगे और कौन सी नदी पर स्थापित है और किस शहर मे है?

बरगी बांध कब और केसे बना और कितने गेट है और कब बना - बांध की ऊंचाई 69 मीटर और लंबाई 5.4 किमी है। और इससे बनी एक झील, लगभग 75 किमी की लंबाई और 4.5 किमी चौड़ाई के साथ 267.97 वर्ग किमी पर फैली हुई है। जबलपुर, मंडला और सिवनी जिले का गठन, बांध में पानी के 422.76 मीटर तक पहुंचने के बाद किया गया।


 
Bargi Dam is one of the first completed dams out of the chain of 30 major dams to be constructed on Narmada River in Madhya Pradesh, India. Here the Narmada river completely overlaps and submerges the Bargi River such that Bargi's independent existence is not noticeable. Two major irrigation projects, named Bargi Diversion Project and Rani Avantibai Lodhi Sagar Project, have been developed by the Bargi Dam administration

स्थान बरगी, जबलपुर जिला, नर्मदा घाटी विकास विभाग, मध्य प्रदेश

ऊंचाई: 70 मी
खोला गया: 1988
बनना शुरू होने का समय: 1975

बाँध एवं उत्प्लव मार्गघेराव


नर्मदा नदी
ऊँचाई            -          69.80 m
लम्बाई           -       5357 m




Jabalpur और नर्मदा नदी -


 रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुये परियोजना प्रशासन ने आज गुरूवार की शाम बांध के गेट खोले जाने की संभावना व्यक्त की है तथा नर्मदा नदी के तटीय इलाकों के निवासियों को घाटों से दूर रहने और डूब क्षेत्र में प्रवेश न करने के लिये अलर्ट जारी किया है।

बरगी जलाशय के जल स्तर को नियंत्रित करने शाम को खोले जा सकते है बांध के गेट

कार्यपालन यंत्री रानी अवन्ती बाई लोधी सागर परियोजना अजय सूरे के अनुसार आज गुरुवार 16 सितंबर की सुबह 9 बजे बरगी बांध का जलस्तर 421.80 मीटर रिकार्ड किया गया था और इसके कैचमेंट एरिया मे 51.62 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। परियोजना प्रशासन के अनुसार वर्षा की आवक को देखते हुए गुरुवार 16 सितंबर की शाम बरगी बांध के गेटों से एक हजार से डेढ़ हजार घन मीटर प्रति सेकेंड की दर से पानी छोडे जाने की स्थिति निर्मित हो सकती है। इस कारण तटीय इलाकों मे एक मीटर से डेढ़ मीटर तक जल स्तर बढ़ सकता है । बांध से जल निकासी की संभावना को देखते हुये परियोजना प्रशासन ने निचले क्षेत्र के निवासियों से नर्मद तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का अनुरोध किया है ।
High alert Paryatak Sthal और  सभी नर्मदा नदी के नदी के दूर रहे और नियम को Dhyan Mein rakhte hue सभी को सूचित किया जाता हैं की सभी स्थल से दूर रहे जिससे नदी मे जल का स्तर बढ़ रहा है।



बरगी परियोजना


बरगी बांध नर्मदा नदी पर बना वृहद बांध है यह बांध जबलपुर के पास स्थित है। इस बांध का कार्य सन् 1974 में प्रारंभ हुआ था एवं 1990 में यह पूर्ण हो गया था । यह एक बहुउद्देशीय बांध है तथा इसके जलाशय से मत्स्य उद्योग एवं पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है । यह सयुक्त रूप से 5357 मीटर लम्बा मिट्टी के बांध के साथ 825 मीटर लम्बा मेसनरी बांध है । परियोजना के बायीं तट नहर योजना के द्वारा जबलपुर एवं नरसिंहपुर जिलों के 2,19,800 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की जा रही है । जलाशय से 170 मिलियन घन मीटर पेयजल की आपूर्ति भी हो रही है ।

बरगी बांध से 90 मेगावाट जल विद्युत का उत्पादन भी हो रहा है तथा बायीं एवं दायीं तट नहर से 10 मेगावाट विद्युत का उत्पादन भी हो रहा है । बरगी परियोजना की अनुमानित लागत 566.34 क़रोड़ रू है तथा 1982 के मूल्य स्तर के आधार पर बरगी डाइवर्सन की अनुमानित लागत 1,10,103 क़रोड़ रू है ।

Post a Comment

Previous Post Next Post