पीएम फसल बीमा योजना 2022 : यूपी के किसानों को मिली तीन हजार करोड़ रूपये की सौगात

पीएम फसल बीमा योजना 2022 : यूपी के किसानों को मिली तीन हजार करोड़ रूपये की सौगात

किसानों को फसल बीमा का लाभ देने के लिए सरकार ने जारी की मुआवजा राशि


उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों को आर्थिक एवं सामाजिक सहायता मुहैया कराने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं को शुरू किया है। किसानों की मदद और उनकी आय में वृद्धि के लिए सरकार समय-समय पर इन योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार भी करती हैं। जिससे किसानों को इन योजनाओं का लाभ मिल सकें। केन्द्र सरकार की पीएम फसल बीमा योज

ना को लेकर हाल ही में योगी सरकार ने राज्य में एक विशेष अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत राज्य में अधिक से अधिक किसानों को इस योजना से जोड़ने की सरकार पूरी कोशिश कर रही है। इसी बीच योगी सरकार ने पीएम फसल बीमा योजना के तहत प्रदेश के 27.59 लाख किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ पहुंचाते हुए किसानों के खातों में 3074.6 करोड़ रूपये का बीमा कवर राशि जमा किया है। सरकार की इस योजना से बड़ी संख्या में राज्य के किसान जुड़े हुए हैं। केन्द्र की इस योजना से केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर के अलग-अलग राज्यों से बड़ी संख्या में किसान इस योजना से जुड़े हुए हैं। इस योजना के तहत खरीफ सीजन 2016 से खरीफ सीजन 2021 तक हर साल देशभर से लगभग 5.5 करोड़ किसानों ने फसल बीमा के लिए आवेदन किया और 21 हजार करोड़ से अधिक प्रीमियम जमा किया है। पीएम फसल बीमा योजना के तहत 1.15 लाख करोड़ से अधिक बीमा दावे का भुगतान किसानों को मिल चुका हैं। ट्रैक्टर गुरू के इस लेख के माध्यम से यूपी में पीएम फसल बीमा योजना को लेकर जारी प्रयासों के बारे जानते हैं।

पीएम फसल बीमा योजना (PM Fasal Bima Yojana) 


 

किसानों की फसल के संबंध में अनिश्चितताओं को दूर करने के लिए केन्द्र सरकार ने साल 2016-17 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को आरंभ किया गया था। इस योजना के तहत किसानों को किसी भी प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, बारिश, भूस्खलन, सूखा आदि या कीड़े -रोगों से खराब हुई फसल का मुआवजा सरकार की तरफ से दिया जाता है। इसके लिए किसानों को बीमा योजना में नामांकन करवाना जरूरी है। पीएम फसल बीमा योजना में प्रीमियम राशि खरीफ फसल का 2.5-3.5 फीसदी, रबी फसल का 1.5-2 फीसदी और बागवानी फसलों के लिए 05 प्रतिशत का रखा गया है। पीएम फसल बीमा योजना किसानों की भागीदारी के मामले में विश्व स्तर पर सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है और प्रीमियम के मामले में तीसरी सबसे बड़ी योजना है। इस योजना में कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों को अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है। बाकी किसानों ने स्वेच्छा से अपना बीमा करवाया है।

3074.60 करोड़ रूपये की मुआवजा राशि का किसानों के खातों में किया भुगतान  


उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 27.5 लाख किसानों को 3074 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया गया है। इसमें साल 2021 खरीफ सीजन के लिए 7.02 लाख से अधिक किसानों को 654.85 करोड़ रूपये के फसल मुआवजा राशि एवं रबी सीजन 2021-22 के लिए करीब 19.90 लाख किसानों को 14.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का फसल बीमा मुआवजे का भुगतान भी शामिल है।

किसानों के हित में किया जा रहा है फसल बीमा योजना का प्रचार


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदाओं से फसल को नुकसान होने पर किसानों को बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए एक विशेष अभियान के तहत राज्य के सभी जिलों में पीएम फसल बीमा योजना का विशेष प्रचार किया जा रहा है। पीएम फसल बीमा योजना का यह प्रचार प्रसार वाहनों के माध्यम से कृषि विभाग द्वारा जुलाई के पहले सप्ताह से शुरू किया गया है। इस विशेष अभियान का शाही शुभारंभ कृषि मंत्री सूर्य प्रताप के द्वारा किया गया। सरकार इस विशेष अभियान के द्वारा प्रदेश के उन विकास खंडों को कवर किया जा रहा है, जिनके पास केंद्र की महत्वाकांक्षी पीएम फसल बीमा योजना के तहत कम कृषि बीमा कवरेज है। यूपी कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि, देवेश चतुर्वेदी द्वारा जारी एक निर्देश के अनुसार, यह अभियान आठ आकांक्षी जिलों बहराइच (रीसिया ब्लॉक), श्रावस्ती (सिरसिया), बलरामपुर (उतरौला), सिद्धार्थ नगर (लातान) में चयनित विकास खंडों को कवर करेगा। फतेहपुर (बिजयपुर), चित्रकूट (रामनगर) और चंदौली (नियामताबाद) जिले के ब्लॉक को विशेष रूप से कवर किया जाएगा।

यूपी के अलीगढ़ में फसल बीमा जागरूकता अभियान का प्रचार 


यूपी में योगी सरकार पीएम फसल बीमा योजना को लेकर विशेष अभियान शुरू किया हुआ है। सूत्रों का कहना है कि फसल बीमा योजना में किसानों की भागीदारी दलितों और आदिवासियों के वर्चस्व वाले इलाकों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए योगी सरकार न केवल जिला प्रशासन बल्कि बैंकों और जन सुविधा केंद्रों को भी जोड़ने की योजना बनाई है। इस विशेष अभियान के तहत जनपद अलीगढ़ में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रचार जोर-शोर से किया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि यह विशेष अभियान कार्यक्रम 10 जुलाई तक चलाया जाएगा। जिसमें जिले के 150 गांवों तक प्रचार वाहनों के माध्यम से किया जाएगा। इस योजना के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड को अधिकृत किया गया है। इस योजना के तहत किसान खरीफ फसलों जैसे धान, बाजरा, अरहर व मक्के के लिए 31 जुलाई तक बीमा करवा सकते हैं।

उत्तराखण्ड में 7 जुलाई तक होगा फसल बीमा योजना का प्रचार 


पीएम फसल बीमा योजना के प्रचार-प्रसार को लेकर जहा यूपी में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। वहीं उत्तराखण्ड के किसानों के लिए जुलाई का यह सप्ताह खास रहने वाला है। क्योंकि राज्य सरकार द्वारा फसल बीमा योजना प्रसार-प्रचार के लिए 7 जुलाई तक राज्य के हर जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिससे राज्य के अधिक से अधिक किसान इस बीमा योजना से जुड़कर बीमा का लाभ उठा सकें। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखण्ड हमेशा से ही प्राकृतिक आपदाओं की मार झेलता आ रहा है, फिर चाहे वो बारिश हो, भूस्खलन हो, या हिमस्खलन से हुआ नुकसान, जिसमें जान माल दोनों की हानि होती है, और इससे किसानों को भी काफी नुकसान होता है, ऐसे में राज्य के किसानों को फसल की हानि भी अधिक होती है। यदि किसान पीएम फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसलों का बीमा करवाते हैं, तो उन्हें फसलो का मुआवजा योजना के तहत दिया जाएगा। इससे किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल खराब होने पर प्रीमियम का भुगतान से एक सीमा तक हुई हानि कम हो पाएगी।

 

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