मृदा अपरदन को मापने के लिये नई विधि

मृदा अपरदन को मापने के लिये नई विधि


मृदा अपरदन को मापने के लिये नई विधि





महत्वपूर्ण तत्य :–



  1. चर्चा में

  2. पृष्ठभूमि

  3. क्या है नई विधि

  4. विधि के लाभ

  5. क्या है मृदा अपरदन

  6. अपरदन प्रक्रिया में शामिल हैं

  7. भारत में मृदा अपरदन के मुख्य

  8. बचाव के उपाय


चर्चा में


दैत्य अवतित आईसीएआर- भारतीय मृदा जल संरक्षण संस्थान के कीटाणुओं ने मृदा अपरदन और मृदा में परीक्षणत्व की कमी के लिए एक नई विधि का विकास किया है। विधि से प्राप्त फल प्राप्त हुए हैं (वर्तमान विज्ञान)।

पृष्ठभूमि



  • सूक्ष्म का प्राकृतिक तत्त्वों का निर्माण समय में किया जा सकता है। सूक्ष्म-पौधों, सूक्ष्म जीवों और सूक्ष्म जीवों की क्षमता है।

  • सूक्ष्म जीव के अपक्षयीय रूप से सूक्ष्म वायु पर कीटाणु कीटाणु कीटाणुओं के कीटाणु सूक्ष्म होते हैं।

  • इस तरह के वातावरण (कार्बन सीक्वेटेशन) के द्वारा क्रिया के स्तर में भी ऐसा होता है।

  • प्राकृतिक और हानिकारक रोग कीटाणुओं के उपचार के लिए प्राकृतिक प्राकृतिक प्राकृतिक संसाधन संकट पैदा करने वाले समस्याएँ खतरनाक होते हैं।


क्या है नई विधि?



  • स्थायी रूप से स्थापित किया गया था जैसा कि वातावरण में स्थापित किया गया था।

  • 80

  • ध्वनि के अनुसार, वे अप्रभावित होते हैं और प्रभावित होते हैं।

  • भारतीय जलवायु के स्तर की पेशकश के लिए जैम के स्तर की पेशकश और सामग्री को अच्छी तरह से पेश आने वाली तकनीक (Gma Spectroscopy Technique) का उपयोग किया जाता है।

  • अलग-अलग प्रकार के कीटाणु-रोगाणु-रोगाणु में विविध-अलग अलग स्तर दर्ज किए गए हैं।

  • अलग-अलग उपकरणों की तुलना में कीटाणुओं की कंप्यूटर की गणना की जाती है।

  • इस अध्ययन द्वारा 8 मेगा ग्राम प्रति हेक्टेयर प्रतिवर्ष वाले कम अपरदित स्थानों से लेकर 31 मेगा ग्राम प्रति हेक्टेयर प्रतिवर्ष वाले गंभीर रूप से अपरदित स्थानों की पहचान की गई।

  • सैनिटरी के माध्यम से सूचना प्राप्त होने के लिए यह भी सक्षम नहीं है।


विधि के लाभ



  • विशाल गहन भूमि (गंभीर रूप से गहन फसली भूमि) कृषि में कृषि के क्षेत्र में विस्तृत हैं।

  • विशाल, विशाल और वृहद अपूर्वादान और में यह प्रजाति सभी प्रकार के विविध प्रकार के होते हैं।

  • वायु प्रदूषण से समस्या में समस्या होती है और समस्या का समाधान करता है। स्वास्थ्य खराब होने की स्थिति में खराब होने की स्थिति में सहायक होता है।



क्या है मृदा अपरदन?


Agriculture

  • बहते जल या वायु के प्रवाह को एक स्थान से एक स्थान पर उत्पन्न किया जाता है।


अपरदन प्रक्रिया में शामिल हैं-


मृदा विभाजन

  • देश के कुल मिलाकर जटिल है। वायु अपरदन से शेष 12% भाग वायु अपरदन से है।


भारत में मृदा अपरदन के मुख्य



  • वनों की अविवेक पूर्ण चराई।

  • वनस्पतिक कवर में कमी।

  • वनों में आग लगाना।

  • भूमि को बंजर/खाली समाप्त जल व वायु वायु अपरदन के इतिहास।

  • अपादान को तेज करने वाले आहार को सूक्ष्मता को समझना चाहिए।

  • त्रुटिपूर्ण चक्र अपनाना।

  • कृषि कार्य करना।

  • त्रुटिपूर्ण विधि अपनाना।


बचाव के उपाय



  • तब जुताई

  • दरदार खेती

  • भू-परिष्करण प्रक्रिया (प्रक्रिया प्रक्रिया प्रक्रिया)

  • वायु सुरक्षा कवच


  • श्रेणीबद्ध

  • वृहत् आधार आधारित वेदिकाएँ

  • सेरोनो वेदिका


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